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नौसेना

भारतीय नौसेना

  1. भारत मूल समुद्रवाहित व्यापार में उच्च हिस्सेदार होने सहित सामरिक रूप में फैला हुआ भारतीय महासागरीय समुद्रवर्ती राष्ट्र है । आर्थिक रूप से सम्पन्न होने के कारण देश की सीमाओं को स्वतंत्र और सदैव मुक्त रखने के लिए भारतीय नौसेना के साथ घनिष्ठ रूप में जुड़ा हुआ है । इसके अतिरिक्त व्यापार से जुड़े हुए लाभों, हमारे दूरस्थ द्वीपीय क्षेत्रों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हमारे समुद्रवर्ती हितों का एक अभिन्न भाग है ।
  2. हमारे द्वीपीय क्षेत्र मुख्य क्षेत्र से काफी दूरी पर अवस्थित हैं । इन सुदूर स्थित क्षेत्रों का सतत् विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्य क्षेत्र के साथ मजबूत संपर्क और समुद्रवर्ती सुरक्षा संरक्षण हमारी समुद्रवर्ती सुरक्षा की अनिवार्य प्राथमिकताएं हैं।
  3. 2.02 मिलियन वर्ग कि.मी. के विशेष आर्थिक क्षेत्र के अंदर हमारी ऑफसेट परिसंपत्तियां, मत्स्यपालन और गहन समुद्री हितों, छोटे और बड़े बंदरगाह एवं लंबी तटीय रेखा तथा द्वीपीय क्षेत्रों की समुद्रवर्ती सुरक्षा हमारे समुद्रवर्ती क्षेत्रों के अन्य अहम पहलू और नौसेना के उत्तरदायित्व हैं ।
  4. भारतीय नौसेना ने आत्म-निर्भरता के प्रति राष्ट्रीय प्रयास के साथ सामंजस्य बैठाते हुए स्वदेशीकरण के कठिन मार्ग के बारे में विवेकपूर्ण निर्णय लिया है । तदनुसार, नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन एवं रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की सहायता से पोतों का स्वदेशी निर्माण और प्रमुख उप-प्रणालियों, सेंसरों तथा आयुध प्रणालियों के विकास के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया है।
  5. भारतीय नौसेना, नई दिल्ली स्थित नौसेना मुख्यालय प्रशासित है । संक्रियात्मक रूप में भारतीय नौसेना को तीन कमानों में विभाजित किया गया है, जो निम्नवत् हैं:-
    • मुख्यालय पश्चिमी नौसेना कमान, मुंबई
    • मुख्यालय पूर्वी नौसेना कमान, विशाखापट्टनम
    • मुख्यालय दक्षिणी नौसेना कमान, कोच्चि
  6. इन तीन नौसेना कमानों के अलावा भारतीय नौसेना का पोर्टब्लेयर, अंडमान एवं निकोबार द्वीप में संयुक्त रक्षा कमान का एक भाग है ।
  7. भारतीय नौसेना की संक्रियात्मक क्षमताओं पर ध्यान देते हुए इसकी पहुंच बहु-आयामी है और तीन क्षेत्र में व्याप्त है, अर्थात;.
    • सतह: पोतों और अन्य सतह की यूनिटों के प्रचालन के लिए प्लेटफार्म
    • उप-सतह: पनडुब्बियों और अन्य उप-सतह की यूनिटों के प्रचालन के लिए प्लेटफार्म
    • विमानन: विमानों एवं हेलीकाप्टरों तथा अन्य वायु यूनिटों के प्रचालन के लिए प्लेटफार्म
  8. भारतीय नौसेना के कार्मिकों को व्यापक रूप से निम्नलिखित शाखाओं में विभाजित किया गया हैः-
    • कार्यकारी
    • इंजीनियरी
    • संभार तंत्र
    • शिक्षा
    • चिकित्सा
  9. अधिक जानकारी के लिए कृपया भारतीय नौसेना (आई एन) की निम्नलिखित वेबसाइटों को देखें।