सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाएं
रक्षा मंत्रालय
प्रस्तावना
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तीनों चिकित्सा सेनाओं के एकीकरण और तीनों सेनाओं में चिकित्सा शोध पर विचार करने के लिए डी.बी.सी. राय की अध्यक्षता में सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा एवं शोध एकीकरण समिति नामक समिति भारत सरकार द्वारा मार्च, 1947 में नियुक्त की गई थी । समिति ने सिफारिश की थी कि सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा की तीन शाखाएं अर्थात सेना, नौसेना एवं वायु सेना होनी चाहिए और उस पर महानिदेशालय सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा के रूप में पदनामित समस्त तीनों चिकित्सा सेवाओं के सर्वोच्च नियंत्रक होने चाहिए जो सर्वोच्च कमांडर अथवा रक्षा मंत्री जो भी मामला हो, उनके लिए सशस्त्र सेनाओं की चिकित्सा आवश्यकताओं के बारे में सलाहकार होंगे । वह सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा के प्रशासनिक प्रमुख होंगे।
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तद्नुसार सरकार ने 1948 में रायल भारतीय नौसेना, भारतीय थल सेना तथा भारतीय वायु सेना की चिकित्सा सेवाओं को सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में एकीकृत कर दिया तथा सेनाओं को लेफ्टिनेंट जनरल / वाइस एडमिरल / एयर मार्शल के रैंक में महानिदेशक सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाएं के अन्तर्गत रख दिया । सरकार ने डीजीएएफएमएस की भूमिका तथा दायित्वों के प्रकार भी निर्धारित कर दिए थे ।जहां तक सशस्त्र सेनाओं का संबंध है समग्र चिकित्सा नीतिगत मामलों के लिए डीजीएएफएमएस को सीधे रक्षा मंत्रालय के प्रति उत्तरदायी बनाया गया था । सरकार ने आगे यह निर्धारित किया था कि सेना ,नौसेना एवं वायु सेना चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख किसी सामान्य नीतिगत अनुदेशों जो डीजीएएफएमएस द्वारा दिए जा सकते हैं, उनके अनुसार संबंधित सेना प्रमुखों के अधीन इन सेवाओं को करने के लिए उत्तरदायी होंगे । चार्टर को समय-समय पर संशोधित / अद्यतन किया गया है ।
सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा का संगठन
- महानिदेशक सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (लेफ्टिनेंट जनरल के रैंक में अथवा समकक्ष) सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख हैं, और जहां तक सशस्त्र सेनाओं का संबंध है, वे समग्र चिकित्सा नीति के लिए सरकार के प्रति उत्तरदायी हैं । सेना, नौसेना तथा वायु सेना के चिकित्सा सेवा महानिदेशक उनके संबंधित चीफ ऑफ स्टाफ के चिकित्सा सलाहकार होते हैं ।
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सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में एएमसी (एनटी), सेना दंत चिकित्सा कोर (एडीकोर) तथा सेना नर्सिंग सेवा (एमएनएस) सहित सेना चिकित्सा कोर (एएमसी) शामिल हैं ।
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संबंधित लिंक : सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज