रक्षा विभाग रक्षा नीति सहित भारत और उसके प्रत्येक भाग की रक्षा के लिए अधिदेशित है । यह अंतर-सेना संगठनों, रक्षा लेखा विभाग , कैंटीन स्टोर्स विभाग (सीएसडी), तटरक्षक बल, राष्ट्रीय कैडेट कोर, सीमा सड़क संगठन, रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान, राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज आदि से संबंधित है। यह रक्षा बजट, रक्षा भूमि और छावनी, संसद से संबंधित मामले, और विदेशों के साथ रक्षा सहयोग के लिए उत्तरदायी है । इसके प्रमुख रक्षा सचिव होते हैं जिनकी सहायता महानिदेशक (अर्जन), अपर सचिव और संयुक्त सचिव करते हैं। रक्षा सचिव, रक्षा मंत्रालय में अन्य विभागों अर्थात डीएमए, डीडीपी, डीईएसडब्ल्यू और डीडीआरएंडडी के कार्यकलापों के समन्वय के लिए भी जिम्मेदार हैं ।
रक्षा विभाग में निम्नलिखित स्कंध होते हैं जिसके प्रमुख संबंधित संयुक्तसचिव / अपर सचिव होते हैं ।
- अर्जन
- स्थापना
- सशस्त्र सेनाएं
- भूमि,वर्क्स और सतर्कता
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग
- समारोह, प्रशिक्षण, बीआरओ
- योजना, समन्वय और सीएओ
- रक्षा के अन्तरिक्ष, साइबर और अन्तर्जलीय डोमेन